Story by dinesh kumawat

बाजार नियामक सेबी द्वारा अडानी-हिंडनबर्ग मामले में उच्चतम न्यायालय में 41 पन्नों का हलफनामा दायर करने और शीर्ष अदालत से ‘उचित आदेश’ की मांग के बाद अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड, अडाणी पावर लिमिटेड और अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के शेयरों में गिरावट आई जबकि अडाणी टोटल गैस, अडाणी ट्रांसमिशन और अडाणी विल्मर जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।

सेबी ने विशेषज्ञ समिति और याचिकाकर्ताओं की सिफारिशों को रिकॉर्ड में रखा है। सुप्रीम कोर्ट कल इस मामले की सुनवाई करेगा। शीर्ष अदालत ने सेबी को अडानी-हिंडनबर्ग मामले की जांच पूरी करने और अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए 14 अगस्त तक का समय दिया था।

अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 2,461.90 रुपये के उच्च स्तर से नीचे आ गया और 1.54 प्रतिशत की तेजी के साथ 2,415.60 रुपये पर कारोबार कर रहा था। अदाणी पोर्ट्स का शेयर 0.55 फीसदी की तेजी के साथ 722.70 रुपये पर कारोबार कर रहा था। यह शेयर आज पहले 729.85 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गया। अदाणी पावर का शेयर 0.3 प्रतिशत की बढ़त के साथ 244.60 रुपये पर पहुंच गया।

अदाणी ट्रांसमिशन का शेयर 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 752.75 रुपये पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले यह 764.15 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। अदाणी विल्मर का शेयर 0.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 401.60 रुपये पर आ गया। अदाणी टोटल गैस 0.12 फीसदी की गिरावट के साथ 642.10 रुपये पर आ गया। यह शेयर आज 652 रुपये के ऊपरी स्तर पर पहुंच गया। एसीसी, अंबुजा सीमेंट ्स और एनडीटीवी जैसे शेयरों में गिरावट रही।

विशेषज्ञ समिति ने कहा कि प्रतिभूति कानूनों के उल्लंघन के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि प्रतिभूति बाजार पर नकारात्मक प्रभाव को सीमित किया जा सके।

बार एंड बेंच ने कहा कि पैनल ने एक मजबूत निपटान नीति की सिफारिश की है। समिति ने कथित तौर पर कहा है, ‘कार्यवाही के निपटारे के लिए एक सुसंगत नीति बनाई जाए, जिसमें कथित उल्लंघन के अनुरूप वित्तीय नुकसान पार्टी को पहुंचाया जा सके और जहां समझौता संभव हो वहां संसाधनों को खर्च करने की आवश्यकता न हो.’

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